मैं रहूँ.. ना रहूँ
मैं कहूँ.. ना कहूँ
तुम हो मेरे, मैं हूँ तेरी, फिर
किस ओर मैं, किस छोर तुम
तुम तो मेरे दिल में हो
मेरी हर महफ़िल में हो
चाँद की चांदनी हो
जुगनुओं की रौशनी हो
नैनो की मेरे भाषा हो और
साँसों की परिभाषा तुम
तुम तो मेरे दिल में हो
मेरी हर महफ़िल में हो
मेरी चाहतों का परवाज़ हो
मैं गीत और तुम साज हो
हंसी सुबह का ख्वाब और
मेरे लफ़्ज़ों का संवाद तुम
तुम तो मेरे दिल में हो
मेरी हर महफ़िल में हो
मेरे जज़्बातों का एहसास हो
मेरी धड़कने, मेरी सांस हो
मेरी धरती और अम्बर भी हो,
मेरा कल भी थे, मेरा आज तुम
तुम तो मेरे दिल में हो
मेरी हर महफ़िल में हो
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