Sunday, September 2, 2018

श्रद्धांजलि श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी


कविराज आपके जाने से, भारतवर्ष शोकाकुल है !
हर एक ह्रदय व्यतिथ और, हर मन थोड़ा व्याकुल है !!


औरंगज़ेब सी राजनीति में, तुम्हीं तो एक अपवाद सा थे !
मूक-बधिर इस प्रजातंत्र में, जनमानस का संवाद भी थे !!


ये व्याप्त तुम्हारा तेज़ ही था, जिस से रौशन ये कमल खिले !
अमावस्या के अँधियारे में, तुम बन कर दीपक ज्योति जले !!


कविराज आपके जाने से, छायी घोर निराशा है !
फिर से लौट  के आना तुम ! जनमानस  को बड़ी ये आशा है!!

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