फिर से दे दो चाँद खिलौना ,
गुड्डे - गुड़िया ला दो ना |
झिल-मिल , झिल-मिल सपनो वाले
बचपन को लौटा दो ना ||
वो बारिश की गीली बूंदें ,
वो कागज़ की नन्ही कश्ती |
छुक-छुक , छुक-छुक रेल चलाना
वो बचपन की मीठी मस्ती
राज़ा-रानी की कहानी,
फिर से कोई सुना दो ना
झिल-मिल , झिल-मिल सपनो वाले
बचपन को लौटा दो ना ||
वो बात-बात पे करना शरारत
बात-बात पर कसमे खाना
स्कूल ना जाने की खातिर
हर रोज़ बहाने बनाना
पल में रूठना , पल में मनाना
फिर से कोई सिखला दो ना
झिल-मिल , झिल-मिल सपनो वाले
बचपन को लौटा दो ना ||
फिर से दे दो चाँद खिलौना ,
गुड्डे - गुड़िया ला दो ना |
झिल-मिल , झिल-मिल सपनो वाले
बचपन को लौटा दो ना ||
No comments:
Post a Comment