हो डगर कितनी कठिन भी ,
हम नहीं घबराएंगे |
हौसला दिल में है इतना कि
आसमा छू आयेंगे ||
सीख लिया है अब हमने ,
हवा के रुख को मोड़ना |
मुश्किलों से लड़ना और ,
दिलों के तर जोड़ना ||
प्रत्यक्ष को प्रमाण की
है अब ज़रुरत आन पड़ी |
स्वयं को सिद्ध करने की,
ये इम्तिहान की घडी ||
सार्थकता ज़िन्दगी की ,
सिद्ध करने हम चले |
सैकड़ो कदम बढे ,
और राहे- मंजिले चले ||
By-प्रियंका
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